भूलना मुश्किल है बड़ा याद आता है मुझे आज भी वो अपना घर याद आता है कमरे की उसारी, दहलान का झूला छो... भूलना मुश्किल है बड़ा याद आता है मुझे आज भी वो अपना घर याद आता है कमरे की उसार...
पावन अवसर की बेला में सबको स्नेह हजार मिले। पावन अवसर की बेला में सबको स्नेह हजार मिले।
देख इस मधुर मिलन को चांदनी भी शरमाई देख इस मधुर मिलन को चांदनी भी शरमाई
बिस्तर से उठकर तुम जल्दी नूतन ऊर्जा करो प्राप्त। बिस्तर से उठकर तुम जल्दी नूतन ऊर्जा करो प्राप्त।
अपने ही निर्धारित ब्लैक होल में। प्रेम जस का तस निरपेक्ष खड़ा जोहता है बाट। अपने ही निर्धारित ब्लैक होल में। प्रेम जस का तस निरपेक्ष खड़ा जोह...
बासन्ती वैजंती की खुशबू और फिर सब कुछ। बासन्ती वैजंती की खुशबू और फिर सब कुछ।